मेडिकल इमरजेंसी के नाम पर बैंक की महिला अधिकारी से ठगी
Gurugram News Network –यदि आपके पास भी आपके किसी दोस्त का व्हाट्सएप कॉल या मैसेज आता है और इमरजेंसी होने की बात कहकर वह रुपयों की डिमांड करता है तो सावधान हो जाइए। यह आपका दोस्त नहीं बल्कि कोई शातिर ठग है जो आपको अपने जाल में फंसा कर रुपए रखने का प्रयास कर रहा है। ऐसा ही एक मामला साइबर थाना ईस्ट पुलिस ने दर्ज किया है। एक बैंक की महिला अधिकारी को उसके कथित दोस्त ने व्हाट्सएप मैसेज करके लाखों रुपए ट्रांसफर करवा लिए। रुपए ट्रांसफर करने के बाद जब महिला ने अपने दोस्त को फोन किया तो उसे अपने साथ हुई ठगी के बारे में पता लगा जिसके बाद उसने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है।
पुलिस को दी शिकायत में मूल रूप से हिसार की रहने वाली नेहा सूरी ने बताया कि वह गुरुग्राम के सेक्टर 48 में किराए पर रहती है और अमेरिकन एक्सप्रेस में वरिष्ठ अधिकारी है। वीरवार को उनके व्हाट्सएप पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उनके दोस्त अंकित बागड़ी का प्रोफाइल फोटो लगाया हुआ था। कॉल पर अंकित की आवाज नहीं आ रही थी जिसके कारण व्हाट्सएप कॉल करने वाले व्यक्ति नहीं उनसे व्हाट्सएप चैट करनी शुरू कर दी।
उन्होंने पुलिस को बताया कि मैसेज में अंकित नहीं उनसे मेडिकल इमरजेंसी होने की बात कही और ऑपरेशन के लिए 3 लाख रुपए की मदद करने की बात कही। इस पर निशाने अपने वह अपनी बहन के बैंक खाते से करीब 3 लाख रुपए अंकित द्वारा बताए गए यूपीआई आईडी पर ट्रांसफर कर दिए। बाद में उन्होंने अंकित कौन के पुराने नंबर पर ही कॉल की तो पता लगा कि उनके साथ ठगी हो गई है। इस पर उन्होंने साइबर थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।